2:98 - अल्लाह और उसके फरिश्तों, रसूल, जिबरील और मिकाइल को इंकार करने वालों का अल्लाह शत्रु है ।
2:223 - स्त्रियां खेत हैं जैसे चाहो अपने खेत में जाओ ।
3:13 - अल्लाह जिसे चाहता है शक्ति प्रदान करता है ।
3:19 - दीन (धर्म) एक ही है इस्लाम और जो आयतों को इंकार करेगा अल्लाह उनसे जल्दी ही बदला लेगा ।
3:56 - जिसने इस्लाम को इंकार किया उन्हें जीतेजी और मरने के बाद अल्लाह कडी़ यातना देगा ।
3:85 - इस्लाम के अलावा कोई अन्य धर्म स्वीकार नहीं है ।
3:118- केवल मुसलमानों को ही अपना अंतरंग मित्र बनाओ ( मतलब बाकियों से झूठी दोस्ती रखो ) और अपनी बुद्धि इस्तेमाल करो ।
3:145- अल्लाह की आज्ञा के बिना कोई मर नहीं सकता ।
4:56 - आयतों को इंकार करने वालों की खाल पकाएंगे ।
4:101- नि:सन्देह काफिर तुम्हारे खुले दुश्मन हैं ।
5:51 - यहूदियों और ईसाइयों को दोस्त न बनाओ ।
8:12 - इस्लाम को इंकार करने वालों के दिलों में अल्लाह खौफ भर देगा और मुसलमानों तुम उनकी गर्दन पर वार करके उनका अंग-अंग काट दो ।
8:39 - गैर मुस्लिमों से युद्ध करो जब तक की अल्लाह का दीन पूरी तरह कायम न हो जाए ।
8:57 - युद्ध-बंदियों पर नृशंसता करो ।
8:65 - 100 मोमिन 1000 काफिरों पर भारी पडेंगे ।
8:66 - अल्लाह को अब मालूम हुआ कि मोमिनों में कमजोरी है इसलिये अब 100 मोमिन 200 काफिरों पर भारी पडेंगे ।
8:69 - लूट का सब माल ( महिलाओं सहित ) हलाल है ।
9:5 - रमजान के बाद मूर्तीपूजकों को जहां और जैसे पाओ कत्ल करो, उन्हें घात लगाकर पकडो़ ।
9:14 - गैर मुस्लिमों से लडो़ , अल्लाह मोमीनों के हाथों काफिरों को यातना देने में सहायता करेगा ।
9:23 - गैर मुस्लिमों को दोस्त न बनाओ ।
9:28 - मूर्तीपूजक नापाक हैं ।
9:29 - काफिरों को अपमानित कर उनसे जजिया कर लो ।
9:37 - अल्लाह गैर मुस्लिमों को मार्ग नहीं दिखाता ।
9:68 - मुनाफिक और गैर मुस्लिम हमेशा जहन्नुम में जलेंगे क्योंकि अल्लाह ने उन्हें लानत भेजी है ।
9:111- अल्लाह ने केवल उन मुसलमानों के प्राण और माल खरीद लिये हैं जो अल्लाह के मार्ग में मारने और मरने वाले हैं जिन्हें जन्नत नसीब होगी ।
9:123 - काफिरों पर जुल्म करो ताकी वो तुमसे सख्ती पाएं ।
21:98 - अल्लाह के सिवाय किसी और को पूजने वाले जहन्नुम का ईंधन हैं ।
32:22- इस्लाम छोडने वालों से बदला लो ।
33:61- मुनाफिक और मूर्तीपूजक जहां भी पकडे़ जाएंगे बुरी तरह कत्ल किये जाएंगे ।
35: 3 - अल्लाह के अलावा कोई अन्य प्रभू पूज्य नहीं है ।
41:27- कुफ्र (इस्लाम को धोखा देने वाले) करने वालों को यातना दी जाएगी ।
48:20- अल्लाह ने मुसलमानों से गनीमतों (लूट का माल) का वादा किया है ।
66:9 - काफिरों और मुनाफिकों से जिहाद करो ।।
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