यकीनन मुसलमान (99%) आज देश पर बोझ हैं ?

देश में आज मुस्लिमों की आबादी है लगभग 18 % पर इनके इस्लामिक नजरिये और दर्जन भर बच्चे पैदा करने के कारण . . . . .
प्राईवेट हॉस्पिटल में तो इनकी भर्ती है मात्र 4% पर सरकारी अस्पताल/दवाखाने (फ्री सुविधा) में मुस्लिम मरीज हैं लगभग 45% जो गैर-मुस्लिम का ब्लड लेने के लिये तो तुरन्त लेट जाएंगे पर जब देने की बारी आए तो अपने सगों को देने से भी पीछे हट जाएंगें ,
रक्तदान शिविरों में इनकी उपस्थिति लगभग नगण्य ही होती है और अंगदान तो खैर इस्लाम में ही हराम है,
पुलिस में ये हैं मात्र 6% पर जेलों में हैं लगभग 32%,
ऑलंपिक/एशियाड के व्यक्तिगत-पदक विजेताओं में ये हैं आज लगभग 0 % पर अपराधों में ये हैं लगभग 44%  ,
प्रत्यक्ष-कर (आयकर) में इनका योगदान है मात्र 3% पर बिजली-पानी चोरी में ये हैं 61% ,
नई कार खरीदी में ये हैं लगभग 6% पर पंचर बनाने जैसे कामों में ये हैं 56% ,
कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर जैसे कामों में तो ये हैं लगभग 4% पर हथौडा़ छाप लौहारी के काम में ये हैं लगभग 58% ,
समाजसेवा में इनकी महिलाएं हैं सिर्फ 2% पर कुल वैश्याओं में ये हैं 41%,
मंहगे मॉलों में ये मिलेंगें लगभग 4% पर सस्ते चिडियाघर(ज़ू़) में ये मिलेंगें 47%,
महंगे सीबीएसई स्कुलों में तो इनके बच्चे हैं लगभग 4% पर फ्री मदरसों मे हैं पूरे 100%,
'ईसरो' और 'डीआरडीओ' जैसे संस्थाओं में ये हैं महज 1% पर 'सीमी' जैसे देशविरोधी संगठनों में ये हैं 100%,
देशहित में नारे लगाने में ये हैं 1% पर देशद्रोह के कुल आरोपियों में ये हैं 97% और देशद्रोह साबित होने वालों में ये हैं 99% ,
इन्हें अभी तक हज के लिये सब्सिडी मिलती थी और हिंदू आज भी अपनी कमाई से धार्मिक यात्राएं करता है ।
आज भी मस्जिद-मदरसों को एड मिलती है जबकि मंदिरों की कमाई का एक हिस्सा सरकार ले लेती है ।


[ इन सब जानकारियों को इकठ्ठा करने के लिये मेरे द्वारा की गई मेहनत पर मैं किसी हिन्दू से लाईक या सब्सक्राइब नहीं चाहता पर हां किसी मुस्लिम से पिछले 3 सालों से चैलेंज जरूर चाहता हूं ।]
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