दिखावा

 इस्लाम का गोरख-धंधा ?
पहले तो अल्लाह गैर-मुस्लिमों को पैदा करता है फिर हम मुसलमानों को कहता है कि इन काफिरों का कत्ल करो पर जब ये काम हम मुसलमानों से नहीं हो पाता है तो हम मुसलमान अल्लाह से दुआ करते हैं कि अल्लाह ही काफिरों पर अजा़ब डाले ।
सारांश - अल्लाह है हम मुसलमानों के भरोसे और हम मुसलमान हैं अल्लाह के भरोसे यानि दोनों एक-दूसरे पर अपनी असफलता/जवाबदेही थोप कर अपनी जान/इज्ज़त बचा रहे हैं ।

उपर्युक्त लेख का विस्तृत वर्णन सबूतों के साथ -
पहले तो अल्लाह गैर-मुस्लिमों (अरबी में काफिरों अन्यथा अल्लाह-रसूल को इंकार करने वाला) को बेहिसाब ( दुनिया की कुल आबादी का 76%) पैदा करता है फिर गिने-चुने मुस्लिमों (दुनिया की कुल आबादी का मात्र 24%) को कहता है कि 100 मुसलमान 1,000 काफिरों पर भारी पडेंगे (कुरआन- सूरा:आयत - 8:65), फिर कहता है कि 100 मुसलमान 200 काफिरों पर भारी पडेंगे (कुरआन- सूरा:आयत - 8:66) पर जब हम मुसलमान अपने आप को इस्राइल, अमरीका, चीन, जापान, म्यांमार, श्रीलंका और हिन्दुस्तान जैसे देशों से लड़ने में असहाय पाते हैं तो हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि अल्लाह ही इन काफिरों पर अजा़ब (सजा दे) डाले ।
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